Monday, May 31, 2010

कुछ साँझा करना चाहती हूँ

मित्रो,
 
कुछ साँझा करना चाहती हूँ.. आप से..
 
''धूप से रूठी चाँदनी'' मेरे काव्य- संग्रह पर रवि कान्त पांडये 

की समीक्षा सृजन गाथा में पढ़ें.
 
लिंक है --

http://www.srijangatha.com/pustkayn_30May2k10

और 'गर्भनाल' में डॉ. आज़म द्वारा लिखित ''धूप से रूठी चाँदनी'' 


पर समीक्षा पढ़ें.  लिंक है-- और इसमें जून २०१० का अँक देखें.

www.garbhanal.com

''दैनिक जागरण'' में मेरा इंटरव्यू देखें ..
 

लिंक है--

http://in.jagran.yahoo.com/sahitya/?page=article&articleid=2426&category=१०

5 comments:

परमजीत सिहँ बाली said...

जानकारी के लिए धन्यवाद।

पंकज मिश्रा said...

good and thank u also.
www.udbhavna.blogspot.com

Udan Tashtari said...

अभी पढ़ते हैं. किताब भी पढ़नी है.

Udan Tashtari said...

गर्भनाल में डॉ आज़म को पढ़कर आनन्द आ गया.

Roop Singh Chandel said...

Sudha ji,

Aapaka interview padha. Bahut hi seemat vishay ko sakshatkartri ne uthaya. Fir bhi kuchh naya janane ko mila.

Badhai.

Dr.RS Chandel