लीजिये एक बार पुनः हिंदी चेतना आपके पास है.
अपनी भाषा में अपने लोगों के पास.
आपकी प्रतिक्रियाओं की प्रतीक्षा रहेगी.
हिन्दी चेतना में इस बार .....
- कहानियाँ-- उसके हिस्से का पुरुष (पुष्पा सक्सेना),
खो जाते हैं घर (सूरज प्रकाश), तमाचे (प्रतिभा सक्सेना),
खुल जा सिमसिम (सुषम बेदी)
- संस्मरण-- एक दरवाज़ा बंद हुआ तो दूसरा खुला -डॉ. अंजना संधीर
- हिन्दी ब्लाग में इन दिनों-- आत्माराम शर्मा
- व्यंग्य-- समीर लाल समीर, पराशर गौड़ , प्रेम जन्मेजय
- कविताएँ-- रविकांत पाण्डेय, रचना श्रीवास्तव, सरस्वती माथुर,
राजीव रंजन, योगेन्द्र शर्मा, नरेंद्र टंडन, गजेश धारीवाल, बी एस श्रीवास्तव
-ग़ज़ल -मेजर गौतम राजरिशी, सतपाल ख्याल, चाँद शुक्ला हदियाबादी
- अमेरिका, कैनेडा , यू.के , भारत से कई लेख, साहित्यिक समाचार
- और भी बहुत कुछ - रोचक और पठनीय
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Hindi Chetna Team ( हिन्दी चेतना टीम )
Friday, May 7, 2010
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1 comments:
हिन्दी चेतना का नया अंक पाकर अत्यंत प्रसन्नता हुई. पठन जारी है.
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